नये राज्य तेलंगाना को ढेरों बधाइयां
आंध्र प्रदेश में लंबे अरसे से अलग तेलंगाना राज्य की मांग उठती रही है. 1956 में आंध्र और तेलंगाना का विलय कर आंध्र प्रदेश राज्य की पुनर्गठन हुआ था. कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक चलता रहा, लेकिन विभिन्न राजनैतिक वजहों से अलग तेलंगाना राज्य की आवाज काफी पहले ही बुलंद होनी शुरू हो गयी थी. […]
आंध्र प्रदेश में लंबे अरसे से अलग तेलंगाना राज्य की मांग उठती रही है. 1956 में आंध्र और तेलंगाना का विलय कर आंध्र प्रदेश राज्य की पुनर्गठन हुआ था. कुछ दिनों तक सबकुछ ठीक चलता रहा, लेकिन विभिन्न राजनैतिक वजहों से अलग तेलंगाना राज्य की आवाज काफी पहले ही बुलंद होनी शुरू हो गयी थी. तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के लिए इस अवधि में न जाने कितने आंदोलन किये गये, और न जाने कितने लोगों की जानें चली गयीं.
अब अलग राज्य की मांग पूरी होने की स्थिति बन रही है, जिससे उन प्रदर्शनकारियों की आत्मा को भी सुकून मिलनेवाला है. नया राज्य बन जाने के बाद वहां के लोगों को अब एक अलग पहचान मिलेगी. अब, जबकि तेलंगाना भारत का 29वां राज्य बनने की ओर अग्रसर है, यह उम्मीद की जानी चाहिए कि स्थानीय निवासियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के नये अवसर मिलेंगे. वहां की जनता का विकास होगा तो भारत का भी विकास होगा. केंद्र सरकार को भी चाहिए कि इस नवगठित राज्य को अपनी ओर से हरसंभव मदद करे. मेरी ओर से सबको बधाइयां.
।। पल्लवी राज ।।
(जमशेदपुर)