बेरोजगारों पर भी ध्यान दें!

* खास पत्र ।। अमित कुमार ।। (सिल्ली) माननीय मुख्यमंत्री महोदय, जोहार! आपको राज्य के हम सब बेरोजगारों की तरफ से नौवें मुख्यमंत्री के रूप में मिले राज-पाट की हार्दिक बधाइयां. ज्ञात हो कि राष्ट्रपति शासन के दौरान राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार के वापस केंद्र में बुलावे से हम बहुत आहत हुए थे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2013 3:47 AM

* खास पत्र

।। अमित कुमार ।।

(सिल्ली)

माननीय मुख्यमंत्री महोदय, जोहार! आपको राज्य के हम सब बेरोजगारों की तरफ से नौवें मुख्यमंत्री के रूप में मिले राज-पाट की हार्दिक बधाइयां. ज्ञात हो कि राष्ट्रपति शासन के दौरान राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार के वापस केंद्र में बुलावे से हम बहुत आहत हुए थे और इससे अभी उबर भी नहीं पाये थे कि दूसरा झटका तब लगा, जब हमें यह पता चला कि झारखंड में नयी सरकार की कवायदें शुरू हो गयी हैं और राज्य से राष्ट्रपति शासन हटनेवाला है. इस घटना ने हम बेरोजगारों को चिंतित कर दिया.

कारण यह था कि राष्ट्रपति शासन के दौरान के विजय कुमार की तत्परता के बदौलत ही यहां कई नियुक्तियां सरकारी महकमों में हुईं तथा शिक्षक पात्रता परीक्षा का सफल आयोजन हुआ और नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में थी. पर राष्ट्रपति शासन के समाप्त होते ही नियुक्ति और रोजगार के सारे रास्ते बंद हो गये. अब फिर नेताओं द्वारा राज्यकीय और राष्ट्रीय त्योहारों पर रोजगार देने की घोषणा का झूठा पुलिंदा मंचों से सुनाया जायेगा. फिर राज्य के सारे बेरोजगार ठगे जायेंगे. आज इन्हीं झूठे वादों से हताश होकर पढ़े-लिखे बेरोजगार युवा राह से भटक रहे हैं.

बीते 12-13 वर्षों में किस मुख्यमंत्री ने बेरोजगारों की सुधि ली है? लगता है अब तो इस राज्य के नेताओं को शपथ ग्रहण के दिन एक घोषणा और करनी होगी, बेरोजगारो! आप हमारे भरोसे मत रहियेगा, क्योंकि हमारी सरकार कब चली जायेगी, इस बात का भरोसा हमें भी नहीं है. ज्ञात हो कि नयी सरकार ने 29 जुलाई 2013 को अपने न्यूनतम साझा कार्यक्रम की घोषणा की, जिसमें शिक्षक नियुक्ति कब तक होगी और कितनी भरती होगी, इस बारे में एक शब्द तक नहीं कहा गया. लेकिन हमने आस अब तक नहीं छोड़ी है.

Next Article

Exit mobile version