तरक्की के रन-वे पर छोटे शहर

* नागर विमानन की बैठक एक विकसित राज्य के लिए चौतरफ विकास जरूरी है. इसमें उद्योग–धंधे, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के साधन के साथ–साथ यातायात की समुचित व्यवस्था की सबसे अधिक जरूरत है. ऐसे में हवाई सेवा का होना भी उतना ही जरूरी है, जितना कि एक मरीज के लिए दवा के साथ–साथ टॉनिक. हवाई सेवा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2013 3:16 AM

* नागर विमानन की बैठक

एक विकसित राज्य के लिए चौतरफ विकास जरूरी है. इसमें उद्योगधंधे, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के साधन के साथसाथ यातायात की समुचित व्यवस्था की सबसे अधिक जरूरत है. ऐसे में हवाई सेवा का होना भी उतना ही जरूरी है, जितना कि एक मरीज के लिए दवा के साथसाथ टॉनिक.

हवाई सेवा का लाभ सबसे अधिक उद्योगपति उठाते हैं. उनके लिए जितना जरूरी अपनी कंपनी में समय देना है, उतना ही जरूरी दूसरे शहरों के व्यवसायियों के साथ मेलजोल अपने उत्पाद के लिए बाजार तैयार करना. इसके लिए कम समय का सफर बहुत जरूरी है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट ऑथरिटी ऑफ इंडिया छोटेछोटे शहरों से हवाई सेवा के लिए बुनियादी ढांचा तैयार कर रही है.

इसी कड़ी में बाबा वैद्यनाथ की नगरी देवघर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है. इसके सर्वे के लिए पहुंचे केंद्रीय नागर विमानन विभाग के सचिव ने जो कहा उससे यह स्पष्ट है कि एयरपोर्ट ऑथरिटी ऑफ इंडिया को भी अगर मुनाफे में आना है तो छोटे शहरों तक पहुंचना होगा. उन्होंने कहा कि झारखंड के जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो हजारीबाग के एयरपोर्ट को भी विकसित किया जायेगा. इन शहरों से जल्द से जल्द दूसरे शहरों के लिए हवाई सेवा की शुरुआत की जायेगी.

यानी जल्द ही झारखंड में हवाई सेवा का जाल फैल जायेगा. यह जरूरी भी है, क्योंकि हवाई सेवा शुरू होने से दूसरे बड़े शहरों के उद्यमी व्यवसायी भी यहां सकेंगे. हवाई सेवा नहीं होने से बड़े व्यवसायी छोटे शहरों तक आने में कतराते हैं. अब यहां महत्वपूर्ण है कि राज्य सरकार इसमें कितना जोर लगाती है. छोटे शहरों से हवाई सेवा शुरू होने से झारखंड का विकास होगा, इसमें कोई दोराय नहीं है. राज्य सरकार को एयरपोर्ट ऑथरिटी को जल्द से जल्द जमीन मुहैया करानी है.

भूमि अधिग्रहण कर जितनी जल्दी जमीन ऑथरिटी को सौंप दी जायेगी, उतनी जल्दी काम शुरू होगा. साथ ही राज्य सरकार को अपना अंशदान देने में भी देर नहीं करनी चाहिए. नागर विमानन विभाग के सचिव का कहना है कि झारखंड के छोटे शहरों के एयरपोर्ट के बारे में वे बड़े शहरों में प्रचारप्रसार करेंगे. अब पहल राज्य सरकार को करनी है. उसे ऐसे मौकों का फायदा उठाना चाहिए.

झारखंड में मूलभूत सुविधा के साथसाथ बड़े विकास की भी जरूरत है. अगर इसकी शुरुआत हो गयी तो बड़ेबड़े व्यापारिक केंद्र भी इन छोटे शहरों में खुलेंगे. बड़े व्यवसायी यहां निवेश भी करेंगे. प्रगति की राह खुली है, जरूरत है दौड़ने की.

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