बस मालिकों की मनमानी बदस्तूर जारी
देवघर जिले समेत पूरे झारखंड में बस मालिकों की मनमानी बदस्तूर जारी है. डीजल के दामों में कमी आने के बावजूद किराये में कमी नहीं की गयी है. जब देश में डीजल के दाम में एक रुपये बढ़ाने की घोषणा भर होती है, तो उसी समय किराये में 20 रुपये तक वृद्धि कर दी जाती […]
देवघर जिले समेत पूरे झारखंड में बस मालिकों की मनमानी बदस्तूर जारी है. डीजल के दामों में कमी आने के बावजूद किराये में कमी नहीं की गयी है. जब देश में डीजल के दाम में एक रुपये बढ़ाने की घोषणा भर होती है, तो उसी समय किराये में 20 रुपये तक वृद्धि कर दी जाती है, लेकिन डीजल का दाम दो रुपये कम होने के बाद बस मालिक एक रुपया भी किराया कम करने को राजी नहीं हैं.
हद तो तब हो गयी है, जब स्थानीय प्रशासन भी बस मालिकों की इस मनमानी पर नकेल कसने की दिशा में कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा है. बस मालिकों के संगठन की ज्यादती के बाद भी प्रशासन और सरकार मूकदर्शक बन कर बैठे हैं. स्थिति यह है कि भले ही बसों में यात्राियों को आरामदेह सफर करने की सुविधा उपलब्ध न हो, सीटें भले ही खाली न हों, लेकिन सवारी ठसाठस भरी जाती हैं.
प्रताप कुमार तिवारी, सराठ, देवघर