हिंदी भाषा की जानकारी है जरूरी
हिंदी भारत की राष्ट्र भाषा है. जिस देश की राष्ट्र भाषा नहीं होती, वह देश गूंगा होता है. भाषा के अभाव में उस देश का विकास अधूरा रह जाता है. भारत अंगरेजों का गुलाम रह चुका है. इसलिए यहां अंगरेजी सभ्यता व संस्कृति का बोलबाला है. सरकारी कार्यालयों में अंगरेजी में ही कामकाज होता है. […]
हिंदी भारत की राष्ट्र भाषा है. जिस देश की राष्ट्र भाषा नहीं होती, वह देश गूंगा होता है. भाषा के अभाव में उस देश का विकास अधूरा रह जाता है. भारत अंगरेजों का गुलाम रह चुका है. इसलिए यहां अंगरेजी सभ्यता व संस्कृति का बोलबाला है. सरकारी कार्यालयों में अंगरेजी में ही कामकाज होता है.
कम शिक्षित और गरीब लोग अंगरेजी की जानकारी के अभाव में दलालों के भंवरजाल में फंस जाते हैं और जीवन में आगे नहीं बढ़ पाते. हिंदी उत्तर भारत में अधिक बोली जाती है, लेकिन हम देखते हैं कि यहां के लोग शुद्ध हिंदी भी ढंग से नहीं बोल पाते. हमारे देश में हिंदी सिनेमा और टीवी चैनलवाले भी इस पर ध्यान नहीं देते. ये लोग हिंदी और अंगरेजी को मिला कर ‘हिंग्लिश’ बना कर भाषा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. कम से देश के लोगों को राष्ट्रभाषा हिंदी का तो सही ज्ञान दें.
राजकुमार, बचरा