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इस राजनीति को क्या नाम दूं!
पहले पशुपालन घोटाला हुआ जिसमें कई लोग जेल गये, कुछ लोग मृत्यु को प्राप्त हुए, कुछ लोगों को सजा मिली और कुछ लोगों को आज भी कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ रहा है. अभी कोयला घोटाले में देश के पूर्व प्रधानमंत्री तक से पूछताछ की जा रही है. ऐसे में मैं सोचता हूं कि […]
पहले पशुपालन घोटाला हुआ जिसमें कई लोग जेल गये, कुछ लोग मृत्यु को प्राप्त हुए, कुछ लोगों को सजा मिली और कुछ लोगों को आज भी कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ रहा है. अभी कोयला घोटाले में देश के पूर्व प्रधानमंत्री तक से पूछताछ की जा रही है.
ऐसे में मैं सोचता हूं कि राजनीति को क्या नाम दूं.
आज जब पढ़ने को मिलता है कि एक पूर्व मंत्री के परिजन एक नाबालिग बालिका से श्रम ही नहीं करवा रहे थे, बल्कि उसके साथ र्दुव्यवहार कर रहे थे, तो लगता है कि राजनीति में अधिकतर ऐसे ही लोग हैं. फिर राजनीति कैसे शुद्ध होगी क्योंकि राजनीति में ऐसे ही लोगों का बोलबाला है. वे लोग भी कम दोषी नहीं हैं जिन लोगों ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से ऐसे लोगों को सत्ता तक पहुंचाया, इसलिए आज राजनीति इतनी गंदा हो गया है कि इसका नाम देने के लिए शब्द नहीं मिल रहे हैं.
डॉ भुवन मोहन, रांची
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