चापाकलों की मरम्मत कराये सरकार
इस वक्त पूरे बिहार में जल संकट सबसे गंभीर समस्या बन गयी है. गरमी का मौसम शुरू हो चुका है. इस कारण राज्य के प्राय: हर जिले में पानी की किल्लत की उत्पन्न हो रही है. राज्य में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां के लोगों को पानी लेने के लिए घंटों कतार में लगना पड़ता […]
इस वक्त पूरे बिहार में जल संकट सबसे गंभीर समस्या बन गयी है. गरमी का मौसम शुरू हो चुका है. इस कारण राज्य के प्राय: हर जिले में पानी की किल्लत की उत्पन्न हो रही है.
राज्य में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां के लोगों को पानी लेने के लिए घंटों कतार में लगना पड़ता है. चापाकलों की संख्या आबादी के लिहाज से काफी कम है. हर क्षेत्र में चापाकलों की संख्या पांच से छह है, लेकिन उनमें आधे हर वक्त खराब ही रहते हैं. जो ठीक हाल में हैं, वे भी उसी स्थिति में पहुंच चुके हैं.
कई क्षेत्रों में कुआं, तालाब आदि जल के प्रमुख स्नेत भी सूख चुके हैं. इस कारण लोगों को दो से तीन किलोमीटर तक पानी के लिए जाना पड़ता है. यदि राज्य भर में लगे चापाकलों को दुरुस्त करा दिया जाये, तो बहुत हद तक पानी की किल्लत पर काबू पाया जा सकता है. राज्य की सरकार इस ओर ध्यान दे.
शुभम कुमार गुप्ता, फुलवारी टांड़, पटना