अल्पसंख्यक विरोधी नहीं है संघ
पश्चिम बंगाल में नन के साथ बलात्कार एवं हरियाणा में निर्माणाधीन चर्च में तोड़-फोड़, घर वापसी कार्यक्रम आदि पर प्रतिक्रिया देते समय कांग्रेस, समाजवादी, वामपंथी तथा अन्य तथाकथित सेक्यूलर नेता संघपरिवार को देश में अल्पसंख्यकों में भय फैलाने का जिम्मेदार बता रहे हैं. संघ अल्पसंख्यकों को विरुद्ध नहीं है. यदि ऐसा होता, तो पारसियों, यहूदियों, […]
पश्चिम बंगाल में नन के साथ बलात्कार एवं हरियाणा में निर्माणाधीन चर्च में तोड़-फोड़, घर वापसी कार्यक्रम आदि पर प्रतिक्रिया देते समय कांग्रेस, समाजवादी, वामपंथी तथा अन्य तथाकथित सेक्यूलर नेता संघपरिवार को देश में अल्पसंख्यकों में भय फैलाने का जिम्मेदार बता रहे हैं.
संघ अल्पसंख्यकों को विरुद्ध नहीं है. यदि ऐसा होता, तो पारसियों, यहूदियों, जैनियों, बौद्धों, कबीरपंथियों, आर्य समाजियों, नास्तिकों और यहां तक कि शिया मुसलिमों की आस्थाओं के विरुद्ध संघ के क्रिया-कलाप होते. उपरोक्त अल्पसंख्यकों में से कोई भी भयभीत नहीं है. संघ केवल मुसलिम एवं मिशनरी का ही विरोध करता रहा है. अतएव संघ को अल्पसंख्यक विरोधी न कह कर मुसलिम एवं मिशनरी विरोधी कहना ही ज्यादा उचित होगा.
ललन प्रसाद वर्मा, घाटशिला