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धौनी में अभी बहुत क्रिकेट बाकी है
कमल कीचड़ में ही खिलता है, गुलाब का फूल कांटों के बीच बढ़ता है. इसी प्रकार भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धौनी का स्थान भी कीचड़ में खिले कमल के समान है. धौनी की कप्तानी में भारत का टी-20 विश्व कप और 2011 में विश्व विजेता बना. टेस्ट क्रिकेट में भी नंबर वन बना. भारतीय […]
कमल कीचड़ में ही खिलता है, गुलाब का फूल कांटों के बीच बढ़ता है. इसी प्रकार भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धौनी का स्थान भी कीचड़ में खिले कमल के समान है. धौनी की कप्तानी में भारत का टी-20 विश्व कप और 2011 में विश्व विजेता बना.
टेस्ट क्रिकेट में भी नंबर वन बना. भारतीय कप्तानों में सफलतम कप्तानों में से एक हैं अपने महेंद्र सिंह धौनी, जिन्होंने वनडे में सौवीं जीत हासिल की. एक छोटे से शहर से भारतीय क्रिकेट कप्तान तक का सफर आसान नहीं है.
बहुत सारे लोग उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहे हैं. विश्व कप 2015 के सेमीफाइनल में भारती की करारी हार के लिए अकेले धौनी ही जिम्मेदार नहीं है, बल्कि बल्लेबाज और गेंदबाज भी जिम्मेदार हैं. आज धौनी को संन्यास लेने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि धौनी के अंदर अभी बहुत क्रिकेट बाकी है.
मनोज केरकेट्टा, रांची
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