क्यों भूखे हैं 19 करोड़ भारतीय?
ग्लोबल हंगर इंडेक्स के अनुसार, 19 करोड़ भारतीय भूखे ही रात को सो जाते हैं. आज हम विकास की बात करते हैं कि 68 सालों में देश का विकास अपने चरम पर पहुंच गया है. जिस देश की 19 करोड़ जनता भूखे पेट ही सोने के लिए मजबूर हो, उस देश का यह कैसा विकास […]
ग्लोबल हंगर इंडेक्स के अनुसार, 19 करोड़ भारतीय भूखे ही रात को सो जाते हैं. आज हम विकास की बात करते हैं कि 68 सालों में देश का विकास अपने चरम पर पहुंच गया है.
जिस देश की 19 करोड़ जनता भूखे पेट ही सोने के लिए मजबूर हो, उस देश का यह कैसा विकास है? विकास का यह दावा तो पूरी तरह से झूठा साबित हो रहा है. सबसे बड़ा सवाल यह भी पैदा होता है कि जिस देश में गरीबी उन्मूलन और गरीबों के लिए अरबों रुपये की योजनाएं हर साल तैयार की जा रही हों, उस देश की इतनी बड़ी आबादी का पेट खाली हो?
शेयर बाजार में सूचकांक प्रतिदिन बढ़ रहा है, लेकिन गरीबी उन्मूलन की प्रतिशतता क्यों नहीं बढ़ रही है? सिर्फ शहरों में बड़े-बड़े भवनों के निर्माण और गाड़ियों के चलने से ही तो देश का विकास नहीं हो जाता? सरकार को इस पर गंभीरता से गौर करना होगा.
दीपक कुमार सिंह, हजारीबाग