बदलाव से अभियान होगा सफल
सरकार द्वारा राज्य में स्कूल चलो अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है. यह अभियान शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कम और बच्चों को स्कूल की ओर आकर्षित करने के लिए शुरू किया गया है.हालांकि, सरकार को यह लगता है कि इस अभियान से बच्चों की स्कूल में उपस्थिति बढ़ेगी. सरकार के इस […]
सरकार द्वारा राज्य में स्कूल चलो अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है. यह अभियान शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कम और बच्चों को स्कूल की ओर आकर्षित करने के लिए शुरू किया गया है.हालांकि, सरकार को यह लगता है कि इस अभियान से बच्चों की स्कूल में उपस्थिति बढ़ेगी.
सरकार के इस अभियान पर सवाल यह भी उठता है कि क्या इससे स्कूलों की स्थिति में बुनियादी सुधार होगा? क्या स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूरी की जा सकेगी? खुले आकाश में या फिर पेड़ों के नीचे बैठनेवाले बच्चों को स्कूल भवन में बैठना नसीब होगा?
क्या स्कूलों में मध्याह्न् भोजन परोसने और बनाने के लिए सरकार द्वारा कोई अलग से व्यवस्था की जायेगी? ये कुछ ऐसे बुनियादी सवाल हैं, जिसका हल ढूंढ़े बगैर प्राथमिक शिक्षा में बुनियादी बदलाव कर पाना संभव नहीं है.
दीपक कुमार सिंह, हजारीबाग