हॉकी खिलाड़ियों का ऐसा अपमान?
झारखंड ने हॉकी में कई बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को जन्म दिया है. हॉकी के बेताज बादशाह झारखंड में ही जन्मे जयपाल सिंह मुंडा ने ओलिंपिक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था. उसी महान खिलाड़ी की जन्मभूमि पर झारखंड के हॉकी खिलाड़ियों को मात्र 1500 रुपये के सम्मान के रूप में देना सरासर नाइंसाफी है […]
झारखंड ने हॉकी में कई बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को जन्म दिया है. हॉकी के बेताज बादशाह झारखंड में ही जन्मे जयपाल सिंह मुंडा ने ओलिंपिक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था. उसी महान खिलाड़ी की जन्मभूमि पर झारखंड के हॉकी खिलाड़ियों को मात्र 1500 रुपये के सम्मान के रूप में देना सरासर नाइंसाफी है और हॉकी के प्रति अपनी उपेक्षा को प्रकट करना है.
अंसुता लकड़ा और हॉकी खिलाड़ियों द्वारा सम्मान के रूप में तुच्छ 1500 रुपये लेने से इनकार करना बिलकुल सही निर्णय है, जबकि अन्य खेल खिलाड़ियों चार-चार लाख रुपये मिलना हॉकी खिलाड़ियों के प्रति भेदभाव को दर्शाता है. देखा गया है कि अन्य राज्यों में ओलिंपिक खिलाड़ियों को सरकार पांच-10 लाख रुपये देने की घोषणा करती है, ताकि खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता रहे.
अंजली कुजूर, रांची