राज्य में वन विभाग के कार्य सराहनीय
झारखंड में वन विभाग के कार्यो की सराहना की जानी चाहिए. पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अग्रसर हजारों वन कर्मियों ने जिस तत्परता के साथ विपरीत मौसमों का सामना कर लाखों पेड़-पौधों को नया जीवन प्रदान किया है, वह प्रशंसनीय तो है. साथ ही शेष राज्यों के लिए अनुकरणीय भी है. हमारा प्रदेश वन-संपदा और […]
झारखंड में वन विभाग के कार्यो की सराहना की जानी चाहिए. पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अग्रसर हजारों वन कर्मियों ने जिस तत्परता के साथ विपरीत मौसमों का सामना कर लाखों पेड़-पौधों को नया जीवन प्रदान किया है, वह प्रशंसनीय तो है.
साथ ही शेष राज्यों के लिए अनुकरणीय भी है. हमारा प्रदेश वन-संपदा और जैव-विविधता के मामले में आदिकाल से ही संपन्न रहा है, लेकिन समय बीतने के साथ-साथ औद्योगिक विकास की चाह ने पेड़-पौधों को बड़े पैमाने पर क्षति पहुंचायी है.
नतीजतन कई फलदार और औषधीय पौधे आज केवल किस्सों-कहानियों तक ही सीमित रह गये. इन विपरीत हालात में भी राज्य में वन विभाग का कार्य साफ झलकता है. प्रदेश में अधिकतर जगहों पर मुख्य सड़क के दोनों ओर विभाग द्वारा थोड़ी-थोड़ी दूरी पर फलदार और छायादार पौधे लगाये गये हैं.
सुधीर कुमार, राजाभीठा, गोड्डा