आधार कार्ड अनोखा कैसे है?
मेरे एक मित्र ने दो वर्ष पूर्व आधार कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था. उस समय इसकी महत्ता को उजागर नहीं किया गया था, बल्कि इसे एक ऐच्छिक कार्ड के रूप में जानकारी दी गयी. उस समय उसकी रसीद भी नहीं दी गयी थी. दो साल बाद भी जब आधार कार्ड बन कर नहीं आया […]
मेरे एक मित्र ने दो वर्ष पूर्व आधार कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था. उस समय इसकी महत्ता को उजागर नहीं किया गया था, बल्कि इसे एक ऐच्छिक कार्ड के रूप में जानकारी दी गयी. उस समय उसकी रसीद भी नहीं दी गयी थी.
दो साल बाद भी जब आधार कार्ड बन कर नहीं आया और जब सरकार ने इसे कई सेवाओं–सुविधाओं के लिए अनिवार्य कर दिया तो उसने पुन: एक बार आधार का रजिस्ट्रेशन करा लिया. लेकिन आज चार माह बीत जाने के बाद भी इस संबंध में कोई जानकारी न तो ऑनलाइन प्राप्त हो पा रही है और न ही डाक से आज तक आधार कार्ड प्राप्त हो पाया है.
मैं जानना चाहता हूं कि यह कैसा अनोखा कार्ड है कि जब चाहे कोई इसका रजिस्ट्रेशन करवा ले और वर्षो बैठा रहे. सरकार भी अजीब है कि इसे अनिवार्य बताती है, लेकिन इसके बनने की प्रक्रिया दुरुस्त नहीं करती.
विकास कुमार, लोहरदगा