तोल-मोल के बोलें रामदेव
योगगुरु बाबा रामदेव इन दिनों देश भर में 2014 में होने वाले चुनाव के लिए मतदाता जागरण अभियान चला रहे हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ‘नामर्द’ कहा. यह टिप्पणी आपत्तिजनक है. हमें अपने देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं […]
योगगुरु बाबा रामदेव इन दिनों देश भर में 2014 में होने वाले चुनाव के लिए मतदाता जागरण अभियान चला रहे हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ‘नामर्द’ कहा. यह टिप्पणी आपत्तिजनक है.
हमें अपने देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि किसी को कुछ भी कह दें. फिर यह गलती तो बाबा रामदेव की है. बाबा रामदेव को हम योगगुरु के नाम से जानते हैं और इसी रूप में हमने उन्हें स्वीकारा है, उन्हें अपने हृदय में एक विशेष जगह दी है.
उनके प्रति हमारी अपार श्रद्धा है. बेहतर होगा कि उन्हें जिस रूप में हमने स्वीकारा है, वे हमेशा उसी रूप में हमारे सामने बने रहें. मतदाता जागरण अभियान चलाना, लोगों को जाग्रत करना ठीक है, लेकिन उनके द्वारा ऐसी टिप्पणी करना निंदनीय है.
गीता दुबे, जमशेदपुर