दूसरों को भी मिले आरक्षण का लाभ
हमारा समाज लगातार खंडित होकर राजनीति का शिकार होता जा रहा है. साथ ही, इसका स्वरूप भी बदलता जा रहा है. सामाजिक विकास के लिए संविधान में आरक्षण का प्रयोजन किया गया है, लेकिन इसे जितनी सफलता मिलनी चाहिए, वैसी मिली नहीं. इसका दायरा भी राजनीतिक नफा-नुकसान के हिसाब से बढ़ाया जाता रहा है, लेकिन […]
हमारा समाज लगातार खंडित होकर राजनीति का शिकार होता जा रहा है. साथ ही, इसका स्वरूप भी बदलता जा रहा है. सामाजिक विकास के लिए संविधान में आरक्षण का प्रयोजन किया गया है, लेकिन इसे जितनी सफलता मिलनी चाहिए, वैसी मिली नहीं.
इसका दायरा भी राजनीतिक नफा-नुकसान के हिसाब से बढ़ाया जाता रहा है, लेकिन समाज का विकास के बदले ह्रास होता जा रहा है.
यदि आरक्षण का लाभ समाज को देना है, तो विकास के लिए दिया जाये, न कि विनाश के लिए इसका उपयोग किया जाये. आरक्षण जिसे मिल रहा है, इसका उपयोग लगातार वही कर रहा है. दूसरों को लाभ देने का मौका ही नहीं छोड़ रहे. ऐसा भी नहीं है कि समाज में अन्य लोगों को आरक्षण की दरकार नहीं है, लेकिन राजनीति की वजह से दूसरे लोगों को इसका लाभ ही नहीं मिल रहा है.
अरविंद शर्मा, रांची