महिलाओं के विकास से ही बढ़ेगा देश
आज देश औरतों और पुरुषों को एकसमान मान रहा है. कहा जाता है कि औरत और पुरुषों में कोई अंतर नही होता, किंतु क्या ये कथन सत्य है? हम समाज की महिलाओं की पीड़ा देखते हैं, तब ये सारी बातें झूठी लगती हैं. समाज में महिलाओं का स्थान उच्च बनाना है, तो पहले उन्हें अपने […]
आज देश औरतों और पुरुषों को एकसमान मान रहा है. कहा जाता है कि औरत और पुरुषों में कोई अंतर नही होता, किंतु क्या ये कथन सत्य है? हम समाज की महिलाओं की पीड़ा देखते हैं, तब ये सारी बातें झूठी लगती हैं.
समाज में महिलाओं का स्थान उच्च बनाना है, तो पहले उन्हें अपने परिवार में सम्मान देना होगा. जैसा कि हमारे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने कहा था कि देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी बहुत होती है.
अगर घर, समाज और देश को आगे बढ़ाना है, तो हमें पहले महिलाओं को अवसर देना होगा. उन्हें खुद की सेवा में लगाये रहने के बदले घर से बाहर कदम रखने के लिए सिखाना होगा. इसके लिए हर पुरुषों को अपनी सोच बदलनी होगी. जब देश की महिलाओं का विकास होगा, तभी सही मायने में देश का विकास संभव हो सकेगा.
कोमल मिश्र, देवघर