रोजगार का समान अवसर दे सरकार
राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद लोगों में विकास की आस जगी थी. बेरोजगारों में नौकरी पाने की उम्मीद बढ़ी थी. आज नयी सरकार के कार्यकाल को एक साल पूरा होने को है, लेकिन सत्तासीन नेताओं द्वारा किये गये वादे आधे भी पूरे नहीं हो पाये हैं. सत्तासीन नेताओं ने स्थानीयता की नीति […]
राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद लोगों में विकास की आस जगी थी. बेरोजगारों में नौकरी पाने की उम्मीद बढ़ी थी. आज नयी सरकार के कार्यकाल को एक साल पूरा होने को है, लेकिन सत्तासीन नेताओं द्वारा किये गये वादे आधे भी पूरे नहीं हो पाये हैं.
सत्तासीन नेताओं ने स्थानीयता की नीति तय करने के बहाने नयी नियुक्तियों की शुरुआत भी नहीं की है. इससे बेरोजगारों को रोजगार का समान अवसर नहीं मिल रहा है.
यहां बेरोजगारों को नौकरी देने के बजाय बाहरी-भीतरी की कुत्सित राजनीति की जा रही है. इससे आमजन का ध्यान सत्ताधारी दल की करतूतों से भटक तो रहा है, लेकिन बेरोजगारों में सरकार के रवैये से आक्रोश भी पैदा हो रहा है. सरकार को चाहिए कि वह बिना किसी भेदभाव के यहां के बेरोजगारों को रोजगार का समान अवसर प्रदान करे.
सुमन कुमार सिंह, जमशेदपुर