धर्माधता से देश को मुक्त कराना होगा
धर्म और राजनीति के नाम पर अपना उल्लू सीधा करनेवाले कुछ ठेकेदार सांप्रदायिकता को हवा दे रहे हैं. सांप्रदायिकता देश की शांति और सुरक्षा के लिए एक भयानक विष है. जिस देश में सांप्रदायिकता रोकने का प्रयास नहीं होता, उस देश का बेड़ा गर्क होना तय ही माना गया है. आज आजादी के दिवस पर […]
धर्म और राजनीति के नाम पर अपना उल्लू सीधा करनेवाले कुछ ठेकेदार सांप्रदायिकता को हवा दे रहे हैं. सांप्रदायिकता देश की शांति और सुरक्षा के लिए एक भयानक विष है. जिस देश में सांप्रदायिकता रोकने का प्रयास नहीं होता, उस देश का बेड़ा गर्क होना तय ही माना गया है.
आज आजादी के दिवस पर हम सभी को इस धर्माधता से भी आजादी मिलनी चाहिए. इस बीच सवाल यह भी पैदा होता है कि आजादी के इस दिवस पर हम सांप्रदायिकता के खात्मे के लिए किस प्रकार का प्रयास कर सकते हैं.
इसके लिए आवश्यक यह है कि हम सांप्रदायिक शक्तियों को दुष्प्रचार करने से रोकें और लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करें. इसके लिए सबसे पहले हमें अपने समाज से अंधविश्वास को समाप्त करना होगा. जब अंधविश्वास मिटेगा, तो समाज खुद-ब-खुद जागरूक हो जायेगा.
प्रकाश कुमार, सगराजोर