विकास का लक्ष्य साकार करें
बिहार विधानसभा चुनाव का रणक्षेत्र सज कर तैयार हो चुका है. इस बार अपने राज्य का सियासी वातावरण कई मायनों में अगल है. राज्य के बड़े-छोटे सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तरफ से चुनावी संघर्ष का बिगूल फूंक दिया है. ऐसे समय में राज्य की जनता को अपने बुद्धि-विवेक एवं राजनीतिक चेतना का सशक्त प्रमाण […]
बिहार विधानसभा चुनाव का रणक्षेत्र सज कर तैयार हो चुका है. इस बार अपने राज्य का सियासी वातावरण कई मायनों में अगल है. राज्य के बड़े-छोटे सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तरफ से चुनावी संघर्ष का बिगूल फूंक दिया है.
ऐसे समय में राज्य की जनता को अपने बुद्धि-विवेक एवं राजनीतिक चेतना का सशक्त प्रमाण देते हुए सबल, समर्थ, कर्मठ एवं सुयोग्य सरकार के गठन में अपनी भूमिका निभानी होगी. भारतवर्ष विश्व के सबसे विशाल लोकतंत्र के रूप में प्रतिष्ठित रहा है.
लोकतांत्रिक मूल्यों एवं आदर्शो के प्रति जितनी आस्था हमारे यहां देखी जाती है, वह अन्यत्र दुर्लभ है, परंतु मौजूदा परिदृश्य में हमारे राज्य की राजनीति में कई संकीर्ण एवं दूषित तत्वों का बोलबाला बढ़ने लगा है. यह किसी विडंबना से कम नही है कि बिहार की जनता राजनीतिक भ्रष्टाचार का दंश दशकों से ङोलती आ रही है.उम्मीद है कि इस बार के चुनाव में भी लोकतंत्र की जीत होगी एवं बिहार के विकास का लक्ष्य साकार होगा.
नीरज कुमार निराला, भटौलिया, मुजफ्फरपुर