मंदिरों में लगने चाहिए सीसीटीवी कैमर

आस्था और भक्ति का सुगम, सरल और सुनिश्चित स्थान है मंदिर, जहां पहुंच कर लोगों के मन में अपार हर्ष एवं शांति की अनुभूति होती है. ऐसा जान पड़ता है मानो इष्ट के साथ उपासक का प्रत्यक्ष वार्तालाप हो रहा हो. अपने देव से मन की बातें कह उनका साक्षात दर्शन कर पुजारी स्वयं को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2015 11:42 PM
आस्था और भक्ति का सुगम, सरल और सुनिश्चित स्थान है मंदिर, जहां पहुंच कर लोगों के मन में अपार हर्ष एवं शांति की अनुभूति होती है. ऐसा जान पड़ता है मानो इष्ट के साथ उपासक का प्रत्यक्ष वार्तालाप हो रहा हो.
अपने देव से मन की बातें कह उनका साक्षात दर्शन कर पुजारी स्वयं को धन्य समझने लगता है. घर में लाख पूजा-पाठ कर ले, परंतु लोगों के मन में जो धारणा है कि जब तक मंदिर न गये संतुष्टि नहीं मिलती.
उन्हें अपनी सभी पूजा अधूरी लगती है, जब तक भगवान के घर (मंदिर) पहुंच कर धर्म के अनुयायी माथा नहीं टेकते. वही स्थान अब चोर उचक्कों और मनचलों का गढ़ बनता जा रहा है. भीड़ में लड़कियों एवं महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की और छेड़खानी करना आम बात हो गयी है.
साथ ही यदि कोई भूल से कभी सोने का जेवर पहन कर चली जाये, तो वह लुट कर ही लौटती है. सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट होनी चाहिए. सभी मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने चाहिए.
सुनंदा, सकरी, दरभंगा

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