नशे की गिरफ्त में राजधानी के युवा
झारखंड की राजधानी रांची में गैर-कानूनी तरीके से अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है. शहर में कई ऐसी जगहें हैं, जहां पर बिना किसी सरकारी अनुमति के देसी और कच्ची शराब की बिक्री की जाती है. सड़कों के किनारे झोपड़ियों में हड़िया और महुआ की तो बिक्री होना आम बात है. शहर में मोहल्लों […]
झारखंड की राजधानी रांची में गैर-कानूनी तरीके से अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है. शहर में कई ऐसी जगहें हैं, जहां पर बिना किसी सरकारी अनुमति के देसी और कच्ची शराब की बिक्री की जाती है.
सड़कों के किनारे झोपड़ियों में हड़िया और महुआ की तो बिक्री होना आम बात है. शहर में मोहल्लों में खुले तौर पर देसी शराब की बिक्री होने से यहां की युवा पीढ़ी आसानी से नशे की गिरफ्त में आती जा रही है. लाइसेंसशुदा अंगरेजी विदेशी शराब के महंगा होने के कारण अपने अभिभावकों से चोरी-छुपे शराब का सेवन करनेवाला युवक देसी शराब का सेवन करना शुरू कर देता है.
ऐसा भी नहीं है कि स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है. वह सब कुछ जान-देख कर भी अनभिज्ञ बनी रहती है. अत: सरकार से निवेदन है कि वह रांची में धड़ल्ले से बिक रही कच्ची व देसी शराब पर प्रतिबंध लगाये.
– दक्ष श्रीवास्तव, रांची