अच्छे दिनों के लिए संयम रखें
अखबारों में आये दिन घोटालों, सरकार द्वारा पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने और सत्ता तक पहुंचने के लिए गलत प्रचार करने की खबरें आ रही हैं. ऐसे में देखा जाये, तो देश की आर्थिक दशा को संभालने और देश का बेहतर नेतृत्व करनेवाले नेताओं के चयन की जिम्मेदारी यहां के नागिरकों की भी बनती है. प्रधानमंत्री […]
अखबारों में आये दिन घोटालों, सरकार द्वारा पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने और सत्ता तक पहुंचने के लिए गलत प्रचार करने की खबरें आ रही हैं. ऐसे में देखा जाये, तो देश की आर्थिक दशा को संभालने और देश का बेहतर नेतृत्व करनेवाले नेताओं के चयन की जिम्मेदारी यहां के नागिरकों की भी बनती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे दिनों के आने के प्रचार में देश के युवाओं के मन में वहम पैदा हो गया. युवाओं में एक सोच उभरी कि अब कोई बेकार नहीं रहेगा. सबको रोजगार के अवसर मिलेंगे. आमदनी बढ़ेगी, महंगाई घटेगी और लोगों को जीने के लिए बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.
अब देश की जनता को लगता है कि वह ऐसे नारों में उलझ कर रह गयी, लेकिन ऐसा नहीं है. मोदी जी को देश का विकास करने व लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए और समय देना होगा. हमें थोड़ा संयम बरतना होगा.
– देवकुमार सिंह, आमला टोला, चाईबासा