नेताजी सुभाष चंद्र बोस पता नहीं कब तक देश-दुनिया के लिए रहस्य बने रहेंगे. आजादी के बाद से केंद्र में जितनी भी सरकारें रही है, सभी ने उनके जीवन को और रहस्यमय बना दिया है.
कोई कहता है, 1945 में ही विमान हादसे में उनकी मौत हो चुकी है, तो हाल ही में उनके जीवन पर आधारित 64 फाइलों की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया गया है. इसके आधार पर कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि नेताजी 1964 तक जिंदा थे. वहीं मुझे लगता है कि देश की जनता को नेताजी के बारे में सच जानने का अधिकार है. जनता ये तो जानती है कि देश की पूर्व सरकारों ने तथ्यों पर अब तक पर्दा डाले रखा, लेकिन अब इससे पर्दा उठाने की जरूरत है.
आज जिस तरह से पश्चिम बंगाल सरकार ने नेताजी के बारे में तथ्यो को सार्वजनिक करने की हिम्मत जुटायी है, वैसे ही हमारे देश के शासकों को भी हिम्मत दिखाने की दरकार है.
– जंगबहादुर, गोलपहाड़ी