सभी सड़क पर ही उतारते हैं गुस्सा
जिधर देखिये, जिसे देखिये, वही सड़क पर अपना गुस्सा उतारता है. कहीं बाइक सवार कार चालक पर चिल्लाता है, तो कहीं गाड़ियां आपस में टकराती नजर आती हैं. जब जनता को कोई समस्या होती है, तो वह रोड जाम करके अपने गुस्से का इजहार करती है. यह समझ में नहीं आता कि आखिर लोग सड़क […]
जिधर देखिये, जिसे देखिये, वही सड़क पर अपना गुस्सा उतारता है. कहीं बाइक सवार कार चालक पर चिल्लाता है, तो कहीं गाड़ियां आपस में टकराती नजर आती हैं. जब जनता को कोई समस्या होती है, तो वह रोड जाम करके अपने गुस्से का इजहार करती है.
यह समझ में नहीं आता कि आखिर लोग सड़क पर ही कोहराम क्यों मचाते हैं? हालांकि, मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि लोगों की जिंदगी भागमभाग वाली है, इसलिए उससे कदमताल मिलाने के चक्कर में लोगों में सब्र का बांध टूट चुका है. हर एक शख्स दूसरे से जल्दी में है, इसलिए दुर्घटनाएं हो रही हैं और रोड रेज के मामले बढ़ रहे हैं.
वहीं, पर्यावरणविद मानते हैं कि मौसम की गरमी से भी लोग परेशान होते हैं और एक-दूसरे पर अपना गुस्सा उतारते हैं. जो भी हो, मगर इस समस्या से निजात पाना जरूरी है. इसके लिए पुलिस-प्रशासन भी लोगों को मदद करे.
– अभिषेक रंजन, मलकोको, हजारीबाग