भुखमरी की बिसात पर मुफ्त एलपीजी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो अक्तूबर को दुमका से मुद्रा योजना की शुरुआत की. इससे छोटे-बड़े उद्यमियों को लाभ मिले के साथ ही स्वरोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. इसके अलावा, महिलाओं की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी. सरकार की इस योजना से छोटे तबके के लोग भी बैंक से जुड़ कर छोटे ऋण प्राप्त करने का लाभ […]
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो अक्तूबर को दुमका से मुद्रा योजना की शुरुआत की. इससे छोटे-बड़े उद्यमियों को लाभ मिले के साथ ही स्वरोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. इसके अलावा, महिलाओं की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी. सरकार की इस योजना से छोटे तबके के लोग भी बैंक से जुड़ कर छोटे ऋण प्राप्त करने का लाभ उठा सकेगे और लोगाें को राेजगार का अवसर उपलब्ध होगा. यह योजना देश से गरीबी दूर करने में अहम भूिमका िनभा सकती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने दुमका में मुद्रा योजना की शुरुआत करने के साथ ही बीपीएल परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देने का काम भी शुरू किया है. सरकार द्वारा यह काम तब किया जा रहा है, जब देश के 31 लाख लोगों ने ‘गिव इट अप’ स्कीम के तहत सिलिंडरों पर सब्सिडी लेना छोड़ दिया है. सरकार ने देश के 18 लाख गरीब परिवार को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
सवाल यह पैदा होता है कि प्रधानमंत्री मोदी की यह योजना गरीबों के लिए कितनी हितकारी होगी? इस सवाल के पीछे अहम कारण यह है कि संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट कहा गया है कि भारत में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या अन्य देशों से अधिक है. ऐसे में, उन भूखे लोगों के लिए मुफ्त एलपीजी का क्या औचित्य है? वैश्विक स्तर पर भारत में भूखे लोगों की संख्या अधिक रहने से देश की अलग छवि बन रही है. देश में बढ़ती भुखमरी के बीच यहां के गरीबों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देने के पहले उनका पेट भरना भी जरूरी है. सरकार को चािहए िक वह पहले देश के गरीबों को अन्न उपलब्ध कराये. इसके बाद बीपीएल कार्डधारी को मुफ्त में एलपीजी उपलब्ध कराय, तो बेहतर होगा.
प्रताप तिवारी, सारठ, देवघर