पावर हाउस में अंधेरा क्यों है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोयला के अकूत भंडारवाले राज्य झारखंड की खूंटी में सौर ऊर्जा संयंत्र का उदघाटन करना सराहनीय है. इससे यह राज्य बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो सकता है, लेकिन तब जब सरकार चाहे तो. यह दुर्भाग्य ही है कि ऐसे शक्तिशाली राज्य में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां लोग आज भी अंधेरे […]
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोयला के अकूत भंडारवाले राज्य झारखंड की खूंटी में सौर ऊर्जा संयंत्र का उदघाटन करना सराहनीय है. इससे यह राज्य बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो सकता है, लेकिन तब जब सरकार चाहे तो. यह दुर्भाग्य ही है कि ऐसे शक्तिशाली राज्य में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां लोग आज भी अंधेरे ही जिंदगी काट रहे हैं. इन पर भी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री जी का ध्यान जाये. पीएम ने कहा कि झारखंड में क्या-क्या खास है.
जब तक हम अपनी कमजोरी को नहीं पहचान लेते, उस दिशा में आगे बढ़ने की सोच भी नहीं सकते. सौर ऊर्जा संयंत्र की दिशा में आगे बढ़ने की तो हम कल्पना भी नहीं कर सकते. कोयला का अकूत भंडार वाले राज्य की गलियों में अंधेरा छाया रहना अच्छा नहीं है. एक प्रकार से झारखंड पावर हाउस है, मगर यहां अंधेरा हो, तो बात बेमानी लगती है. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री इस पर ध्यान दें.
-पालूराम हेंब्रम, सालगाझारी