बुद्धिमानी से संभल गयी स्थिति
इस समय देश का राजनीतिक माहौल पूरी तरह गरम है. गरम राजनीतिक माहौल की तपिश से कुछ लोगों का दिमाग भी गरम हो गया. इसी का परिणाम है कि देश में भाईचारा और सौहार्द्र बिगड़ रहा है. देश के उत्तरी भाग में सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने के साथ ही झारखंड की राजधानी रांची में भी आपसी […]
इस समय देश का राजनीतिक माहौल पूरी तरह गरम है. गरम राजनीतिक माहौल की तपिश से कुछ लोगों का दिमाग भी गरम हो गया. इसी का परिणाम है कि देश में भाईचारा और सौहार्द्र बिगड़ रहा है. देश के उत्तरी भाग में सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने के साथ ही झारखंड की राजधानी रांची में भी आपसी भाईचारे में फूट डालने की कोिशश की गयी.
यह तो यहां के निवासियों की बुद्धिमानी, आपसी प्रेम और प्रशासन की चौकसी का नतीजा है कि समय रहते स्थिति को नाजुक होने से बचा लिया गया. झारखंड की राजधानी रांची ही नहीं, देश के अन्य भागों में बिगड़नेवाले सामािजक वातावरण को देख कर आभास होता है कि कहीं इस तरह के कार्यक्रम सुनियोजित तो नहीं हैं? कहीं वोट की राजनीति को गरम करने के लिए तो ऐसा नहीं किया गया?
– अफसाना परवीन, रांची