नियुक्ति के प्रति सरकार गंभीर नहीं
झारखंड में कक्षा एक से पांच के लिए शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया बीती 26 जनवरी से शुरू की गयी. आरंभिक दौर में न्यूनतम कट ऑफ मार्क्स के कारण दोषपूर्ण नियुक्ति हुई थी. तब अपेक्षित संख्या में अभ्यर्थियों को नहीं मिलने पर 80 फीसदी सीटें रिक्त रह गयीं. रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार ने दोबारा […]
झारखंड में कक्षा एक से पांच के लिए शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया बीती 26 जनवरी से शुरू की गयी. आरंभिक दौर में न्यूनतम कट ऑफ मार्क्स के कारण दोषपूर्ण नियुक्ति हुई थी. तब अपेक्षित संख्या में अभ्यर्थियों को नहीं मिलने पर 80 फीसदी सीटें रिक्त रह गयीं. रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार ने दोबारा नियुक्ति प्रक्रिया की शुरुआत की, जो अभी तक जारी है.
यक्ष प्रश्न यह है कि बिना जेटेट परीक्षा आयोजित किये पूर्व के न्यूनतम कट ऑफ मार्क्स से अधिक मेधांकवाले अभ्यर्थी कहां से आ गये. बताना प्रासांगिक होगा कि यह नियुक्ति प्रक्रिया 13वर्षों से अल्प मानदेय में सेवारत रहनेवाले पारा शिक्षकों के ऊपर कुठाराघात है, क्योंकि पूर्व की सरकार के द्वारा पारा शिक्षकों को मिले 50 प्रतिशत के आरक्षण को नयी सरकार ने बदल दिया.
-विजय कुमार पांडेय, कोडरमा