ईमानदार छवि को दें अपना अमोल मत
हर पांच साल के बाद नागरिकों को विधानसभा, लोकसभा और पंचायत सदस्यों को चुनने का मौका मिलता है. इस लोकतांत्रिक देश में जनता के एक वोट का महत्व काफी है. जनता के एक-एक वोट से ही सरकार और स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि चुने जाते हैं. चुने हुए नेता ही गांव, राज्य और पूरे देश का […]
हर पांच साल के बाद नागरिकों को विधानसभा, लोकसभा और पंचायत सदस्यों को चुनने का मौका मिलता है. इस लोकतांत्रिक देश में जनता के एक वोट का महत्व काफी है. जनता के एक-एक वोट से ही सरकार और स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि चुने जाते हैं. चुने हुए नेता ही गांव, राज्य और पूरे देश का शासन संभालते हैं. हमारे देश, राज्य और गांवों का भविष्य भी इन्हीं नेताओं के कार्यकलापों पर निर्भर करता है.
ऐसे में हमें यह देखना बहुत ही जरूरी है कि कौन हम सबका भला कर सकता है. जो ईमानदारी के साथ सबकी भलाई की बात सोचता हो और वह उस पर अमल करता हो, उसे ही अपना प्रतिनिधित्व सौंपना ज्यादा उचित होगा. अभी झारखंड में पंचायत चुनाव को लेकर गहमागहमी है. कई पंचायतों में चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किये जा रहे हैं, तो कई जिलों में प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इस बीच तय करना है कि वे ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ उम्मीदवार को अपने मत दें.
– वशिष्ठ कुमार हेंब्रम, रांची