भाजपा की ओर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के बाद यूपीए-2 की सरकार के समक्ष राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है. ऐसा कांग्रेस के नेताओं द्वारा निरंतर उनके विरोध में बयानबाजी से प्रतीत हो रहा है.
एक राज्य के मुखिया के पद से आगे बढ़ते हुए राष्ट्रीय नेता के रूप में नरेंद्र मोदी का उदय निश्चित रूप से उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है. नरेंद्र मोदी के हाव-भाव से यह बात परिलक्षित होती है कि उनमें देश का नेतृत्व करने की प्रबल क्षमता है.
मोदी की लोकप्रियता से जल-भुन कर कांग्रेस उन्हें केंद्र की सत्ता तक पहुंचने से रोकने के लिए अपने तरकश का हर तीर चला रही है. कांग्रेस द्वारा लगातार नरेंद्र मोदी पर शब्द-बाण छोड़े जा रहे हैं, लेकिन देश की जनता के बीच उनका कद बढ़ता ही जा रहा है. देखना यह है कि चुनावी समर में मोदी अपना सिक्का कहां तक जमा पाते हैं.
सतीश चंद्र राय, बकसपुरा, बोकारो