अटलजी को भी मिले भारत रत्न
देश के अधिकांश लोग इस बात पर सहमत होंगे कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी देश-रत्न हैं. उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की राजनीति के नाम समर्पित किया और अपने शिखर-काल में उन्होंने एक गंठबंधन सरकार का नेतृत्व भी किया, हालांकि तब यही माना जाता था कि गंठबंधन सरकारों का कार्यकाल पूरा करना नामुमकिन-सा […]
देश के अधिकांश लोग इस बात पर सहमत होंगे कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी देश-रत्न हैं. उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की राजनीति के नाम समर्पित किया और अपने शिखर-काल में उन्होंने एक गंठबंधन सरकार का नेतृत्व भी किया, हालांकि तब यही माना जाता था कि गंठबंधन सरकारों का कार्यकाल पूरा करना नामुमकिन-सा होता है, लेकिन उन्होंने भारतीय राजनीति को कांग्रेस का विकल्प दिया और भाजपा में एक उदार चेहरे के तौर पर वह सुशोभित रहे.
देश के लिए समर्पित काबिल परिवार की त्रिवेणी (पंडित नेहरू, इंदिराजी व राजीव गांधी) को ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया, इसके लिए देश तत्कालीन सरकारों के प्रति आभारी है, परंतु भारतवासियों का सम्मान करते हुए अटल बिहारी वाजपेयी को भी ‘भारत रत्न’ मिले. आखिर एक देश-रत्न को ‘भारत रत्न’ से अलंकृत करने में क्या बुराई है?
राजू मिश्र, डोरंडा, रांची