गलती स्वीकार करना भी महानता

हम ऐसे कई लोगों को देखते हैं, जो अपनी गलती स्वीकार नहीं करते. अपनी एक गलती छिपाने के लिए सैकड़ों झूठ बोलते हैं. दूसरों पर आरोप गढ़ते हैं. आज देश के राजनीतिक मंच पर भी कुछ ऐसा ही हो रहा है. हर घटना और कार्यवाही को राजनैतिक षडयंत्र का नाम दिया जा रहा है. कोई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2015 6:51 AM
हम ऐसे कई लोगों को देखते हैं, जो अपनी गलती स्वीकार नहीं करते. अपनी एक गलती छिपाने के लिए सैकड़ों झूठ बोलते हैं. दूसरों पर आरोप गढ़ते हैं. आज देश के राजनीतिक मंच पर भी कुछ ऐसा ही हो रहा है.
हर घटना और कार्यवाही को राजनैतिक षडयंत्र का नाम दिया जा रहा है. कोई नेता अपनी गलती मानने को तैयार नहीं दिखता. यह कहना मुश्किल है कि कौन सही और कौन गलत है. जीतने पर खुशियां मनायी जाती हैं.
हारने पर विपक्ष की आलोचना करते हैं. ऐसे ही जनप्रतिनिधि देश के विकास में बाधक बनते हैं. हमें अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए न कि बदले की भावना से आरोप-प्रत्यारोप. देश का विकास प्रमुख लक्ष्य होना चाहिए. जिस दिन हम यह बात समझ जायेंगे, अवश्य विजयी होंगे.
– मनसा राम महतो, सरायकेला

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