राजनीति में ‘आप’ का स्वच्छ कदम
दिल्ली विधानसभा में आम जनता की ‘आम आदमी पार्टी’ को मिलने वाला अपार जनसमर्थन राजनीति के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुआ है. आंदोलन से उत्पन्न इस पार्टी ने दोनों राष्ट्रीय पार्टियों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर आम जनता उन से इतनी कट क्यों गयी. दिल्ली विधानसभा में दोनों राष्ट्रीय […]
दिल्ली विधानसभा में आम जनता की ‘आम आदमी पार्टी’ को मिलने वाला अपार जनसमर्थन राजनीति के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुआ है. आंदोलन से उत्पन्न इस पार्टी ने दोनों राष्ट्रीय पार्टियों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर आम जनता उन से इतनी कट क्यों गयी.
दिल्ली विधानसभा में दोनों राष्ट्रीय पार्टी फ्लाईओवर, मेट्रो और बड़े-बड़े मॉल की बात करते रहे, वहीं आम आदमी पार्टी ने आम जनता के लिए पानी, बिजली और जन लोकपाल बिल जैसे मुद्दों को लेकर उतरी. अन्य दलों के उम्मीदवारों का चयन उनकी पार्टी अध्यक्ष ने किया तो वहीं ‘आप’ के उम्मीदवारों का चयन सीधे जनता ने किया. 70 विधानसभाओं के लिए उनकी समस्या के अनुरूप अलग-अलग घोषणा-पत्र एक अनूठी पहल है. यानी जनता से जुड़ने का फल ‘आप’ को मिला.
इंदू भूषण सिन्हा, बरवाडीह, लातेहार