सिर्फ लैपटॉप-सड़क से नहीं आता विकास
जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ने चार राज्यों में अपना परचम लहराया है, वह सचमुच काबिल-ए-तारीफ है. चार राज्यों के आये चुनाव परिणाम से ऐसा लगता है, जैसे कांग्रेस से लोगों का मोह भंग होता जा रहा है. ऐसी बात नहीं है जो जनता विकास नहीं चाहती, पर विकास के साथ-साथ पेट में रोटी, […]
जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ने चार राज्यों में अपना परचम लहराया है, वह सचमुच काबिल-ए-तारीफ है. चार राज्यों के आये चुनाव परिणाम से ऐसा लगता है, जैसे कांग्रेस से लोगों का मोह भंग होता जा रहा है. ऐसी बात नहीं है जो जनता विकास नहीं चाहती, पर विकास के साथ-साथ पेट में रोटी, बेरोजगार के लिए रोजगार का सृजन होना आवश्यक है.
कुछ लोगों को लैपटॉप बांट देने और एकाध जगह बढ़िया सड़क से बना देने से अब लोगों को लुभाया नहीं जा सकता. इन सबसे गरीबों का पेट नहीं भरता है. आज भी कई ऐसे गांव हैं जहां लोग दो जून रोटी को तरसते हैं, लालटेन युग में जीने को मजबूर हैं. अब तो तमाम पार्टियों को सोचना पड़ेगा कि सही विकास लैपटॉप, बढ़िया सड़क ही केवल नहीं हैं, बल्कि हर नागरिक को भरपेट रोटी कैसे मिले इस पर चिंता करने की आवश्यकता है.