लचीला हो आधुनिक पीडीएस प्रणाली

आखिरकार बहुप्रतीक्षित राशन कार्ड करीब तीन वर्षों की मशक्कत के बाद धारकों तक पहुंच ही गया. ये राशनकार्ड कई श्रेणियों व रंगों में हैं. अच्छा होता कार्ड के किसी कोने में श्रेणी, पात्रता व हेल्पलाइन नंबर जैसी जानकारी होती. कार्डधारी को मालूम तो हो कि वह किस श्रेणी का ‘गरीब’ है. साथ ही डीलरों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2016 6:15 AM
आखिरकार बहुप्रतीक्षित राशन कार्ड करीब तीन वर्षों की मशक्कत के बाद धारकों तक पहुंच ही गया. ये राशनकार्ड कई श्रेणियों व रंगों में हैं. अच्छा होता कार्ड के किसी कोने में श्रेणी, पात्रता व हेल्पलाइन नंबर जैसी जानकारी होती. कार्डधारी को मालूम तो हो कि वह किस श्रेणी का ‘गरीब’ है. साथ ही डीलरों के चक्कर में भी हो रही परेशानी को दूर करने की जरूरत है.
आज लाभुक सरकारी कर्मियों से परेशान होने के बाद डीलरों द्वारा कम राशन देने की घटनाअों से परेशान है. क्या यह व्यवस्था नहीं की जा सकती कि सब कुछ अॉनलाइन हो. अगर सरकार विकल्प दे, तो लाभुक राशन की ऑनलाइन मांग और भुगतान कर सकते हैं. यह भी कहा जाये कि जरूरत के हिसाब से लाभुक राशन लें, तो इससे कई लोग कुछ सामान स्वेच्छा से छोड़ देंगे. इससे सरकार सहित लाभुकों का भी फायदा होगा.
– एमके मिश्रा, रांची

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