अशिक्षा है भ्रष्टाचार की जड़
शासन व्यवस्था में प्रत्येक स्तर पर निगरानी, सतर्कता और जवाबदेही एक जटिल काम होता है. इन जटिलताओं ने भ्रष्टाचार को फलने-फूलने का मौका दिया है. सरकार की आर्थिक नीतियां भी भ्रष्टाचार की वजह हैं. वैसे भी देश की राजनीति में आमतौर पर सत्ताधारी नेता का प्रयास होता है कि अधिकारियों को अपने पद से प्रभावित […]
शासन व्यवस्था में प्रत्येक स्तर पर निगरानी, सतर्कता और जवाबदेही एक जटिल काम होता है. इन जटिलताओं ने भ्रष्टाचार को फलने-फूलने का मौका दिया है. सरकार की आर्थिक नीतियां भी भ्रष्टाचार की वजह हैं.
वैसे भी देश की राजनीति में आमतौर पर सत्ताधारी नेता का प्रयास होता है कि अधिकारियों को अपने पद से प्रभावित कर येन-केन-प्रकारेण लाभ कमाया जाये. गौर करें, तो बड़े घोटाले उन्हीं क्षेत्रों में हुए हैं, जहां क्रय नीति या मूल्य सरकार के नियंत्रण में हैं. इनमें चीनी, ऊर्वरक, तेल, सैन्य अस्त्र-शस्त्र और बिजली के उपकरण आदि शामिल हैं.
आवश्यक वस्तु की आपूर्ति में कमी होने के कारण भी भ्रष्टाचार का जन्म होता है. सरकारी के विभिन्न कानून ही रिश्वत का बड़ा साधन हैं, जैसे मिलावट को रोक का सहारा लेकर फूड इंस्पेक्टर व्यापारी से रिश्वत लेता है. ऐसे छोटे-मोटे भ्रष्टाचार के लिए लोगों में शिक्षा की कमी भी एक बड़ा कारण है.
– पूजा गोस्वामी, गिरिडीह