कंपनियों से रंगदारी लेवी वसूलना गलत
कुछ दिनों से धनबाद में कार्यरत रूसी कंपनी का मामला सुर्खियों में है़ कंपनी का आरोप है कि वहां के विधायक उनसे रंगदारी मांग कर परेशान कर रहे हैं. सच में अगर ऐसा है तो यह सरासर गलत है. एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी जी मेक इन इंडिया, स्किल डेवलपमेंट जैसी योजनाएं ला रहे हैं और […]
कुछ दिनों से धनबाद में कार्यरत रूसी कंपनी का मामला सुर्खियों में है़ कंपनी का आरोप है कि वहां के विधायक उनसे रंगदारी मांग कर परेशान कर रहे हैं. सच में अगर ऐसा है तो यह सरासर गलत है.
एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी जी मेक इन इंडिया, स्किल डेवलपमेंट जैसी योजनाएं ला रहे हैं और दूसरी तरफ ऐसे नेता रंगदारी वसूलते हैं. एक तरफ मोदी जी बाहरी देशों को भारत में निवेश को आमंत्रित कर रहे हैं, तो दूसरी ओर कुछ नेता उन कंपनियों को यहां से जाने की धमकी दे रहे हैं. ऐसे में देश विकास की ओर कैसे अग्रसर होगा.
मेक इन इंडिया का सपना ऐसे सच नहीं हो सकता. सबकी भागीदारी बेहद जरूरी है़ याद रखें, जितना ज्यादा उद्योग होंगे, उतना ज्यादा रोजगार का सृजन होगा. जो भी इस तरह की बाधा उत्पन्न कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी करवाई हो. ऐसे नेता जब लोगों को रोजगार नहीं दिला सकते, तो कम से कम रोजगार देनेवाली कंपनियों को तो न भगायें.
– पालूराम हेम्ब्रम, सालगाझारी