जेएनयू मामले पर राजनीति न हो
जेएनयू का मामला हर रोज नया मोड़ ले रहा है. उस विद्यापीठ में जो देश विरोधी नारेबाजी हुई है उससे जनता नाराज है. इस पूरे प्रकरण में जो राजनीति हो रही है, वह रुकने का नाम नहीं ले रही. इससे यह प्रकरण और बिगड़ रहा है. कोई आतंकवादी संगठन इस मामले का गलत फायदा न […]
जेएनयू का मामला हर रोज नया मोड़ ले रहा है. उस विद्यापीठ में जो देश विरोधी नारेबाजी हुई है उससे जनता नाराज है. इस पूरे प्रकरण में जो राजनीति हो रही है, वह रुकने का नाम नहीं ले रही. इससे यह प्रकरण और बिगड़ रहा है. कोई आतंकवादी संगठन इस मामले का गलत फायदा न उठाये, यह ध्यान में रखना जरूरी है. पूर्व सैनिकों, शहीदों के परिवारों की इस प्रकरण में क्या राय है, यह जानना महत्वपूर्ण है.
उनका यह हक बनता है देश विरोधी नारेबाजी करनेवालों से यह सवाल पूछने का कि अगर अफजल गुरु आपकी नजरों में हीरो है, तो जिनके कारण आज हम सभी सुरक्षित हैं, उन सैनिकों के बारे में उनकी क्या राय है? इस देश ने आपको क्या नहीं दिया है, जिसके कारण एक आतंकवादी के लिए देश के विरोध में नारे लगाये गये? नारे लगाकर भाग जाना, क्या यही आपकी शूरता है? जिस विचार पर आप अटल हैं वह विचार हमारे ही हैं, यह कबूल करने में शर्म क्यों लगती है?
-जयेश राणे, मुंबई