खूब मिलेगा रंग, जब मिल बैंठेंगे तीन यार, शराब, शराबी और अश्लील गाने़ ये तीनों अगर एक साथ हो लिये, तो पूरी दुनिया को पीछे छोड़ दें. अश्लील गाने हमारे आसपास के माहौल को बहुत गंदा बना रहे हैं.
गली-मोहल्ला हो या मार्केट, ऑटो रिक्शा हो या बस, सभी जगह आपको ऐसे गाने सुनने को मिल जायेंगे़ वैसे भी होली का समय आ गया है और इस मौके पर शराब, शराबी और अश्लील गानों का रंग देखने को मिलेगा ही़ समाज को भाईचारगी का संदेश देनेवाले इस त्योहार को हमने शराब और अश्लीलता से गंदा कर दिया है़ हमारा यह त्योहार रंगों से रंगीन होता है, एक-दूसरे की खुशी में शरीक होने से रंगीन होता है, न कि अश्लील और रंगीन गानों से़ आज हम अपने इस त्योहार को शराब और अश्लीलता के हाथों खोते जा रहे हैं क्योंकि हमारे आपसी प्रेम के रंगों से भी गहरा हो चला है अश्लीलता का रंग.
मो नौशाद आलम, धनबाद