विपक्षी दलों की कुंठा
पूरे देश की जनता कांग्रेस और उसके सहयोगियों को सिरे से हाशिये पर लाती जा रही है. जैसे जनता अपने दुख-तकलीफों का हिसाब ले रही है. जनता के इस रुझान ने विपक्षी दलों के सामने विकट परिस्थिति ला दी है, जिसका जवाब वे सदन में शोर-शराबा करके दे रहे हैं. दरअसल यह जवाब जनता को […]
पूरे देश की जनता कांग्रेस और उसके सहयोगियों को सिरे से हाशिये पर लाती जा रही है. जैसे जनता अपने दुख-तकलीफों का हिसाब ले रही है. जनता के इस रुझान ने विपक्षी दलों के सामने विकट परिस्थिति ला दी है, जिसका जवाब वे सदन में शोर-शराबा करके दे रहे हैं.
दरअसल यह जवाब जनता को है कि यदि हमें नहीं चुना, तो कोई काम न होने देंगे़ इस कृत्य से वे अपनी सहानुभूति खोते जा रहे हैं. मानो वे पूरे प्लान के साथ ऐसा कर रहे हों कि भले चार की संख्या हों, लेकिन इतना शोर करो कि 40 की आवाज आये. सरकार को कोई काम न करने दो. ताकि, समय आने पर जनता के सामने विकास न हो पाने की जिम्मेवारी सरकार पर डाली जा सके़
नवीन कुमार सिन्हा, जमशेदपुर