स्वागत योग्य कदम!

नीतीश कुमार ने बिहार में देसी-विदेशी शराब पर प्रतिबंध लगा कर दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया है़ इसके साथ ही बिहार, गुजरात, नागालैंड और मिजोरम के बाद देश का चौथा ड्राइ-स्टेट बन गया है. यह बात तो सच है कि मद्यपान से शरीर खोखला हो जाता है़ अगर शराब बिक्री से कुछ कमाई होती भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 1:21 AM
नीतीश कुमार ने बिहार में देसी-विदेशी शराब पर प्रतिबंध लगा कर दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया है़ इसके साथ ही बिहार, गुजरात, नागालैंड और मिजोरम के बाद देश का चौथा ड्राइ-स्टेट बन गया है. यह बात तो सच है कि मद्यपान से शरीर खोखला हो जाता है़
अगर शराब बिक्री से कुछ कमाई होती भी है तो स्वास्थ्य के मद में सरकार को उससे ज्यादा खर्च करना पड़ जाता है. महात्मा गांधी कहते थे कि शराब मनुष्य के विवेक पर पर्दा डाल देती है.
पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई भी मद्यनिषेध के प्रबल समर्थक थे. आजकल आधुनिकता की पृष्ठभूमि में ऐसा माहौल बन गया है जिसमें शराबखोरी शिष्टाचार माना जाने लगा है. युवाओं में मद्यपान का चलन फल-फूल रहा है़ ऐसे में बिहार सरकार के इस फैसले का स्वागत करता हूं और उम्मीद करता हूं देश का हर राज्य मद्यनिषेध का समर्थन करे़
अखिलेश्वर कात्यायन, रांची

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