चुनौतियां पुरानी पर संकल्प नया

नये वर्ष का आगाज हो चुका है. चारों तरफ उत्साह है, उमंग है, जोश है, जश्न है. अच्छा लगता है, जब लोग खुशियां मनाते हैं. नये वर्ष में नया करने के लिए कुछ लोग संकल्प भी ले रहे हैं. कुछ संकल्प अपने लिए, कुछ परिवार, कुछ समाज, तो कुछ देश के लिए. झारखंड के मुख्यमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2014 5:18 AM

नये वर्ष का आगाज हो चुका है. चारों तरफ उत्साह है, उमंग है, जोश है, जश्न है. अच्छा लगता है, जब लोग खुशियां मनाते हैं. नये वर्ष में नया करने के लिए कुछ लोग संकल्प भी ले रहे हैं. कुछ संकल्प अपने लिए, कुछ परिवार, कुछ समाज, तो कुछ देश के लिए. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी राज्यवासियों को नये वर्ष का शुभकामना संदेश देते हुए कहा है कि ‘वर्ष 2013 के अनुभवों का लाभ लेते हुए वर्ष 2014 में सरकार अपने संकल्पों को पूरा करने के प्रति समर्पित है.

जीवन में कुछ भी असंभव नहीं. सिर्फ हौसला और खुद पर विश्वास होना चाहिए. मुङो उम्मीद ही नहीं, पूरा भरोसा है कि हम अतीत में की गयी गलतियों को नये साल में सुधारेंगे और 2014 में झारखंड राज्य को नयी पहचान दिलायेंगे.’ निश्चित ही राज्यवासियों को मुख्यमंत्री से ढेरों उम्मीदें हैं. नवागत वर्ष राज्य को नयी पहचान दिलाये, ऐसी कामना है. राजनीतिक, औद्योगिक, सामाजिक, सांस्कृतिक आदि सभी क्षेत्रों में राज्य को बहुत कुछ करना बाकी है. बीते वर्षो में राज्य की अस्मिता कहीं गुम होती दिखी.

उम्मीद की जानी चाहिए कि नये वर्ष में झारखंड अपनी उस अस्मिता को पुन: हासिल कर सकेगा. लोग राजनीतिक अस्थिरता खत्म होने की भी कामना कर रहे हैं. बढ़ते अपराध, बेलगाम नौकरशाही, लचर स्वास्थ्य सेवाएं और बंद होती औद्योगिक इकाइयां भी नये साल में राज्य के सामने चुनौती बनी रहेंगी. अभी पूरा देश दिल्ली में ‘आप’ की सरकार की ओर नजरें गड़ाये है. निश्चित ही इस मॉडल को झारखंड में अपनाने की जरूरत है. राज्य में बुनियादी सुविधाओं की लचर व्यवस्था तभी सुधर सकती है, जब अरविंद केजरीवाल जैसा संकल्प हो. नये साल से झारखंड के लोगों को बेहतर परिवहन व्यवस्था की भी उम्मीदें हैं.

राज्य राजमार्गो की जजर्र हालात से मुक्ति चाहता है. नये वर्ष की पहली तारीख से राज्य के 11 कार्यालयों में बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य की गयी है. दूसरी ओर सीसीटीएनएस परियोजना के तहत अब राज्य के विभिन्न थानों में नये वर्ष के अवसर पर यानी पहली जनवरी से स्टेशन डायरी इंट्री करने का काम भी कंप्यूटर पर होगा. निश्चित रूप से ये सराहनीय कदम हैं. इसी तरह नयेपन की पहल पूरे वर्ष करने का संकल्प, हमें नयी दिशा देगा.

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