यह सच है िक बड़ों को देख कर बच्चे सीख लेते हैं, तो फिर बिहार को देख कर झारखंड क्यों नहीं सीख ले सकता है? जहां एक ओर शराब पर बिहार सरकार का राजस्व झारखंड से चार गुणा था, वहीं इसे नकारते हुए नीतीश सरकार ने यह कदम उठाया़ आज झारखंडवासियों, खासकर यहां की महिलाओं की सरकार से यही मांग है कि यहां भी शराबबंदी लागू हो़
यहां कई लोग सुबह-शाम शराब पीने की लत में इतने डूबे होते हैं कि घर-परिवार का ध्यान ही नहीं रहता और अशांति फैल जाती है़ झारखंड में भी शराबबंदी लागू कर इसे खुशहाल बनाया जाये.
मिथिलेश शर्मा, ई-मेल से