पौधों पर निर्भरता
जनसंख्या की इस बढ़ती रफ्तार से अनुमान लगाया गया है कि 2020 तक भारत की जनसंख्या लगभग 135 करोड़ हो जायेगी. आज हमारे पास प्राकृतिक संसाधन सीमित हैं और हम इसका उपयोग अंधाधुंध कर रहे हैं. हमारे पास अन्न उत्पादन के लिए भूमि सीमित है, जिससे बढ़ती आबादी और अन्न उत्पादन के बीच फासला आनेवाले […]
जनसंख्या की इस बढ़ती रफ्तार से अनुमान लगाया गया है कि 2020 तक भारत की जनसंख्या लगभग 135 करोड़ हो जायेगी. आज हमारे पास प्राकृतिक संसाधन सीमित हैं और हम इसका उपयोग अंधाधुंध कर रहे हैं. हमारे पास अन्न उत्पादन के लिए भूमि सीमित है, जिससे बढ़ती आबादी और अन्न उत्पादन के बीच फासला आनेवाले समय में बढ़ता ही जायेगा.
प्रकृति में पौधों का बड़ा योगदान है. लेकिन, आज जहां पौधे होने चाहिए, वहां फैक्टरियां लग रही हैं और विषैली गैसों द्वारा वातावरण दूषित हो रहा है. इससे बचने के लिए हमें अपने आसपास, जहां भी खाली जगह मिले, ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए.
मिथिलेश शर्मा, बोकारो