थोड़ा त्याग आप भी करें
पिछले दिनों ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सब्सिडी छोड़ने वाले एक करोड़ से ज्यादा लोगों को बधाई दी और उन्हें नमन किया. सवाल यह उठता है कि जब विधायकों, सांसदों, मंत्रियों के वेतन अचानक कई गुना बढ़ जाते हैं, तो गैस सब्सिडी छोड़ने वाले उन लोगों को कैसा महसूस होता होगा? उन्होंने […]
पिछले दिनों ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सब्सिडी छोड़ने वाले एक करोड़ से ज्यादा लोगों को बधाई दी और उन्हें नमन किया. सवाल यह उठता है कि जब विधायकों, सांसदों, मंत्रियों के वेतन अचानक कई गुना बढ़ जाते हैं, तो गैस सब्सिडी छोड़ने वाले उन लोगों को कैसा महसूस होता होगा?
उन्होंने तो प्रधानमंत्री के आह्वान पर सब्सिडी छोड़ दी, तो दूसरी तरफ ऐसा वर्ग भी है जो अपना वेतन बढ़ाये जा रहा है. इसके अतिरिक्त उन्हें अन्य सुख-सुविधाएं भी मिलती हैं. इन्हें भी अपने लिए जायज वेतन के बारे सोचना चाहिए. अगर वे ऐसा करेंगे तो यह एक मिसाल होगी.
मधुरेश त्रिपाठी, रांची