हंसो-हंसाओ, सब कुछ संवारो

जीवन में हम कितने ही व्यस्त क्यों न हों, हंसी उस व्यस्तता को मधुरता में बदलती है. आप चाहे जितने ही नकारात्मक क्यों न हो गये हों, एक प्यारी हंसी आपको सकारात्मक बनाने में सक्षम है. हंसी है तो यह जीवन है, सृष्टि है, हम हैं, आप हैं, प्रकृति है. हंसी बड़ी प्यारी है, जो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2014 3:15 AM

जीवन में हम कितने ही व्यस्त क्यों न हों, हंसी उस व्यस्तता को मधुरता में बदलती है. आप चाहे जितने ही नकारात्मक क्यों न हो गये हों, एक प्यारी हंसी आपको सकारात्मक बनाने में सक्षम है. हंसी है तो यह जीवन है, सृष्टि है, हम हैं, आप हैं, प्रकृति है.

हंसी बड़ी प्यारी है, जो हमें ईश्वर से वरदान में मिली है. पुराने लोग कह गये हैं कि जितने आनंद से हंसोगे, उतनी आयु बढ़ेगी. वैज्ञानिकों ने अपने प्रयोगों में हंसी को औषधि स्वरूप माना है. ऋ षि-मुनियों ने हंसी को आनंद का मूल स्नेत बताया है. वे कह गये हैं हंसी से बड़ी औषधि कोई और नहीं. यह पाचन शक्ति बढ़ाती है, रक्त संचार ठीक करती है, शरीर में पसीना लाती है.

जी से हंसो, आपको अच्छा लगेगा. अपने मित्र को हंसाओ, वह अधिक प्रसन्न होगा. शत्रु को हंसाओ, वह आपसे कम घृणा करेगा. एक अनजान को हंसाओ, वह आप पर भरोसा करेगा.
प्रीतीश दास, मुसाबनी, पूर्वी सिंहभूम

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