सात दिनों में पांच घंटे बिजली
सात दिनों में केवल पांच घंटे बिजली. पिछले दिनों ‘प्रभात खबर’ में छपी यह हैरतअंगेज खबर राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के लोकसभा क्षेत्र के तहत आनेवाले धनवार की है.यही नहीं, भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय धनवार से दो बार विधायक रह चुके हैं. शिकायत मिलती है कि झारखंड मे बिजली […]
सात दिनों में केवल पांच घंटे बिजली. पिछले दिनों ‘प्रभात खबर’ में छपी यह हैरतअंगेज खबर राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के लोकसभा क्षेत्र के तहत आनेवाले धनवार की है.यही नहीं, भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय धनवार से दो बार विधायक रह चुके हैं.
शिकायत मिलती है कि झारखंड मे बिजली की चोरी अधिक होती है, लेकिन यहां के हालात बिल्कुल उलट हैं. बिजली विभाग यहां के उपभोक्ताओं के पैसे की चोरी कर रही है. यहां के तकरीबन उपभोक्ताओं के पास मीटर नहीं लगा है, जिसके कारण सभी को एक निश्चित राशि तय कर दी गयी है.
अब हालत यह है कि बिजली सात दिनों में 5 घंटे रहे या महीने में एक घंटा, विभाग की वसूली में कोई फर्क नहीं पड़ता. इससे निबटने के लिए कई बार आंदोलन भी चलाये गये. लेकिन किसी के कान पर जूं रेंगे, तब तो कुछ हो!
डी कृष्णमोहन, राजधनवार, गिरिडीह