पत्नियों की ही सब सुनते हैं

।। अखिलेश्वर पांडेय ।। प्रभात खबर, जमशेदपुर किसी महान, और महान से ज्याद अनुभवी ‘विद्वान’ ने शादी को ऐसा लड्ड बताया है जिसे खानेवाला भी पछताता है और नहीं खानेवाला भी पछताता है. इसमें कुछ समझदार लोगों ने जोड़ लगाया है कि जब पछताना ही है तो क्यों न खा कर पछताया जाये. आप भले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2014 5:54 AM

।। अखिलेश्वर पांडेय ।।

प्रभात खबर, जमशेदपुर

किसी महान, और महान से ज्याद अनुभवी ‘विद्वान’ ने शादी को ऐसा लड्ड बताया है जिसे खानेवाला भी पछताता है और नहीं खानेवाला भी पछताता है. इसमें कुछ समझदार लोगों ने जोड़ लगाया है कि जब पछताना ही है तो क्यों न खा कर पछताया जाये.

आप भले ही इन विद्वान महोदय की बात से सहमत हो न हों, पर यह बात तो सच है कि विवाह दुनिया का सबसे जरूरी रिश्ता है जिससे सभी संबंधों का जन्म होता है.

सच्चे रिश्तों की गरिमा एक दूसरे की गलतियों को सहने और सुधारने में है, क्योंकि बिना खामियों वाला आदमी तलाशने बैठेंगे तो जिंदगी भर अकेले ही रहना पड़ जायेगा. वैसे तो कहा जाता है कि भारत में सबसे ज्यादा चुटकुले सरदारों (संता-बंता तो हिट ब्रांड बन चुका है) पर होते हैं, पर पति-पत्नी पर भी चुटकुलों की तादाद कम नहीं हैं. शायद इसे नंबर दो के पायदान पर रखा जा सकता है.

सोशल नेटवर्किग पर भी पति-पत्नी के चुटकले अपनी जगह बढ़ाते जा रहे हैं. एक बानगी देखिए- विवाह को लेकर एक मल्टीनेशनल कंपनी में विवाहित लड़कों को नौकरी में वरीयता देने का कारण यह बताया गया कि उन्हें घर जाने की जल्दी नहीं होती और साथ ही उन्हें बेइज्जती सहने की आदत होती है.

एक कुंवारे ने जब अपना फैसला सुनाया कि उसे औरतों से बहुत डर लगता है और वह विवाह हरगिज नहीं रचायेगा, तो उसके दोस्त ने नसीहत दी- कर ले बेटा, फिर एक से ही डर लगेगा और बाकी सब अच्छी लगने लगेंगी.

एक लड़के ने अपनी गर्लफ्रेंड से पूछा- तुम्हारा नाम अपने हाथ पर लिखूं या दिल पर? लड़की तपाक से बोली-लिखना ही है तो अपनी प्रॉपर्टी के कागजों पर लिखो. पति से आजिज एक महिला ने जब अपने पति से कहा कि अगर उसकी शादी किसी राक्षस से भी हो जाती, तो वह इतनी परेशान ना होती जितनी तुम्हारे साथ हूं.

इस पर पति चिकोटी काटते हुए बोला-अरी पगली! खून के रिश्तों में शादियां कहां होती हैं? ज्यादातर लोग अपनी बेटियों के लिये वर ढूंढ़ते समय यह ध्यान रखते हैं कि लड़का खाते-पीते घर का हो. पर साथ ही यह भी ध्यान रखते हैं कि वह खाता-पीता ना हो.

खैर, लतीफों की दुनिया से बाहर आइए. अभी जो मुस्कान आपके चेहरे पर लोटपोट हो रही है, वह ताजा खबर सुनते ही उड़ जायेगी. अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं, तो अब अपनी तनख्वाह पत्नी से छिपा नहीं पायेंगे. केंद्रीय सूचना आयोग (सीआइसी) ने एक आदेश में कहा है कि पत्नियों को पति से जुड़ी इस तरह की जानकारी पाने का पूरा हक है.

अगर कोई पति अपने वेतन की जानकारी अपनी पत्नी से छिपा रहा हो, तो उसकी पत्नी आरटीआइ के तहत यह जानकारी मांग सकती है. यह सूचना निश्चित ही उन ‘सयाने’ पतियों के लिए अमंगलकारी है जिनकी जेब को अपनी पत्नियों से खतरा बना रहता है. शादी कीजिए, पर ध्यान रखियेगा कि सभी पत्नियों की ही सुनते हैं.

Next Article

Exit mobile version