स्वच्छता की आस्था
हम चाहे देश के किसी भी कोने में चले जायें. अन्य जगहों की तरह धार्मिक स्थलों पर कमोबेश गंदगी देखने को मिल ही जाती है. तीर्थ स्थलों को जाते समय सड़क किनारे खाली प्लेटें, गिलास, पॉलिथीन के पैकेट आदि देखने को मिल जायेंगे. वहां जाने वाले पर्यटक श्रद्धालु कचरा डस्टबिन में डालने की बजाय जहां-तहां फेंक […]
हम चाहे देश के किसी भी कोने में चले जायें. अन्य जगहों की तरह धार्मिक स्थलों पर कमोबेश गंदगी देखने को मिल ही जाती है. तीर्थ स्थलों को जाते समय सड़क किनारे खाली प्लेटें, गिलास, पॉलिथीन के पैकेट आदि देखने को मिल जायेंगे. वहां जाने वाले पर्यटक श्रद्धालु कचरा डस्टबिन में डालने की बजाय जहां-तहां फेंक देते हैं.
यह स्वच्छ भारत के सपने को धराशायी कर रहा है. स्वच्छ भारत के लिए यह जरूरी है कि प्रशासन इस बात का संज्ञान ले और कचरा फेंकने वालों को हिदायत दे, ताकि आस्था से भरा मन गंदगी देख खिन्न न हो.
रितेश बख्शी, ई-मेल से